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आज दक्षिणी दिल्ली सांसद श्री रमेश बिधूड़ी ने माननीय गृह राज्य मंत्री श्री जी किशन रेड्डी, दिल्ली सरकार के सम्बधित अधिकारी व नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपने संसदीय क्षेत्र स्थित केन्द्र सरकार द्वारा बनाए गए गोविन्दपुरी, ट्रांजिट कैम्प व कालकाजी में कोविड जॉंच केन्द्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कोविड जॉंच केन्द्र प्रबंधन में लगे कर्मियों व चिकित्सा व्यवस्था में लगे डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ से मरीजों की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया तथा उनसे वहॉं किए गए इंतजाम व व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इसके पश्चात माननीय गृह मंत्री व सांसद महोदय ने मेडिकल स्टाफ से चर्चा कर यह सुनिश्चित किया कि मरीजों को कोविड जॉंच कराने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं हो रही या जॉंच व्यवस्था में कोताही तो नहीं बरती जा रही तथा क्षेत्र के नागरिकों को मुफ्त कोरोना जॉंच की व्यवस्था के अनुरूप कोई अड़चने तो नहीं आ रहीं।

इसी कड़ी में सांसद ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार संकट की इस घड़ी में कोविड-19 महामारी से ग्रसित मरीजों के सही रखरखाव, उनकी चिकित्सा व्यवस्था और नागरिकों को सभी संभव मदद मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। महामारी के इस काल में गरीब लोग बीमारी के साथ-साथ आर्थिक संकट से भी जूझ रहें हैं, गरीब व्यक्ति की इस परिस्थिति में चिंता करते हुए माननीय प्रधानमंत्री जी ने गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत देश के 80 करोड़ लोगों को नवम्बर माह के अंत तक मुफ्त राशन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। इसके बाद सांसद ने कहा कि माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के दिल्ली में कोरोना महामारी के तेजी से बढ़ते स्तर पर संज्ञान लेने से पूर्व दिल्ली की केजरीवाल सरकार दिल्ली में व्यवस्थाओं के नाम पर लोगों में झूठ फैला रही थी कि हमारे पास कोरोना मरीजों के लिए 8000 बेड हैं, होटलों में 12000 रूम हैं और बैक्वेट हॉल में 10000 बेड की व्यवस्था है, परन्तु 20 मई को हाई कोर्ट के माध्यम से हकीकत कुछ और ही सामने आती है कि सरकार के पास केवल 3150 बेड की ही व्यवस्था है। 31 मई को न्यूज चैनल पर मुख्यमंत्री जी कहते हैं हमारे पास 6500 बेड हैं और इसी दिन वीडियो कान्फ्रैसिंग पर कहते हैं 6600 बेड हैं। 2 जून को फिर वीडियो कान्फ्रैसिंग पर कहते हैं हमारे पास 6731 बेड हैं जिनमे 4100 बेड खाली हैं और 4 जून को अन्य न्यूज चैनल पर कहते हैं हमारे पास 10000 बेड हैं। 5 जून को एप जारी कर कहते हैं हमारे पास 8505 बेड हैं जिनमें 3904 भरे हुए हैं और 4601 खाली हैं। दिन प्रतिदिन बढ़ते इस महामारी के प्रकोप और अस्पतालों में बेड की अनुपलब्धता के चलते मरीजों की बदतर स्थिति व उनके साथ अस्पतालों में बरती जा रहीं अनियमितताओं ने केजरीवाल सरकार की नाकामियों और झूठ का चेहरा उजागर किया है। बिधूड़ी ने कहा कि कोविड-19 पर केजरीवाल सरकार की गलत नीतियों के चलते केन्द्र सरकार ने स्थिति पर संज्ञान लिया जिसके बाद दिल्ली के कोविड मरीजों की बदतर स्थिति में सुधार लाने और चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा दिल्ली में 169 ‘रेपिड एंटीजन डिटेक्शन सेन्टर’ बनाए गए, कोविड-19 टेस्टिंग संख्या को बढ़ाकर 18000 प्रतिदिन किया गया, कोरोना मरीजों के लिए 1000 रेलवे कोच की व्यवस्था की गई, 500 अतिरिक्त वेंटिलेटर दिल्ली सरकार को दिए, 1000 अतिरिक्त एम्बुलेंस की संख्या बढ़ाई। बिधूड़ी ने कहा कि माननीय गृह मंत्री जी के निर्देशानुसार कोविड मरीज को स्वास्थ्य  व्यवस्थाएॅं सुचारू रूप से मिल पा रही हैं या नहीं यह सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर कोविड जॉंच केन्द्रों का दौरा किया जाएगा।