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2018

6.Jan.2018 || हजारों लोगों के साथ सांसद रमेश बिधूड़ी ने दिया केजरीवाल निवास पर विशाल धरना

By January 6, 2018October 28th, 2021No Comments
  • 29 तालाबों को बचाने के लिए सांसद रमेश बिधूड़ी विशाल जन समूह के साथ पहुंचे केजरीवाल निवास
  • 3 वर्षों के पत्रों, दौरों एवं बैठकों के बाद सांसद रमेश बिधूड़ी का विशाल धरना 

दिनांक 06 जनवरी, केजरीवाल सरकार की गांवों की अनदेखी को लेकर दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी के नेतृत्व में गांव के हजारों लोग भाजपा कार्यकत्ताओं के साथ केजरीवाल निवास पर धरना देने पहुंचे। इस धरने में दक्षिण दिल्ली से बीजेपी सांसद श्री रमेश बिधूड़ी का साथ देने के लिए वरिष्ठ नेता गणों भाजपा के नेशनल वाइस प्रेसीडेंट श्री श्याम जाजू, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी, दिल्ली विपक्ष नेता विजेंद्र गुप्ता के साथ कई निगम पार्षदों ने भी सहयोग किया।

पानी का जल स्तर लगातार गिरने से दिल्ली में पानी के लिए हर गर्मी के मौसम में हाहाकार मचता है। गांव के तालाबों में साफ सफाई न होने से गंदगी और प्रदूषण के चलते गांवों में लोगों का जीना दूभर हो गया है। दिल्ली देश की राजधानी है। लेकिन दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की अनदेखी के कारण राजधानी की हालत दयनीय हो गई है। यह वाकई बहुत शर्म की बात है।

दक्षिण दिल्ली से बीजेपी सांसद श्री रमेश बिधूड़ी ने कहा कि एक तरफ तो केजरीवाल सरकार रेनवाटर हार्वेष्टिंग सिस्टम की बात करती है वहीं दूसरी तरफ प्राकृतिक तालाबों व जोहड़ों को बचाने की तरफ इतना याद कराने के बावजूद कोई कारगर कदम नहीं उठा रही है। दिल्ली के गांवों में बरसात के पानी से जलापूर्ति के लिए लगभग 29 तालाब व जोहड़ हैं जो केजरीवाल सरकार की अनदेखी के कारण दिल्ली के गांवों से लुप्त होते जा रहे है। इन तालाबों में पानी सूखने के कारण ये  अब कूड़े के ढेर में तब्दील हो गए हैं। स्थानीय लोग उस कूड़े को जला देते हैं। इसके अलावा सीवर का गंदा पानी भी इन तालाबों में जा रहा है जिससे यहां प्रदूषण स्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। तेजी से बढते प्रदूषण स्तर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल हरियाणा में पराली के जलाये जाने का हवाला देते हैं। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि वर्तमान सरकार राजधानी में तालाबों की बिगड़ती मौजूदा स्थिति की कोई सुध नहीं ले रही है।

इस अवसर पर रमेश बिधूड़ी जी ने कहा कि मैं इस संदर्भ में दिल्ली सरकार को पिछले 3 वर्षों में बीसों पत्र लिखकर और केजरीवाल के कई अधिकारियों का दौरा कराकर अवगत करा चुका हूं। दिल्ली ग्राम विकास बोर्ड की पिछले 6 महीनों में तीन मीटिंग हुईं जिनमें तीनों बार मैंने गोपाल राय चेयरमैन के समक्ष जोहड़ों से संबंधित मुद्दा उठाया लेकिन उनके कान पर जूं तक नहीं रेंगी। क्योंकि उनकी मानसिकता ऐसी नहीं है वे काम कर सकें। इस तरह केजरीवाल सरकार दिल्ली के सवा दो करोड़ लोगों के जीवन को जोखिम में डालकर खिलवाड कर रही है। केजरीवाल सरकार हमारी बातें पत्रों से, बैठकों से, व मिलकर नहीं सुन रही है। इसलिए आज जनता के सामने दिल्ली के मुख्यमंत्री का असली चेहरा दिखाने के लिए और उसकी कुंभकरणीय नींद से जागने के लिए गांवों के लोगों और भाजपा कार्यकत्ताओं के साथ केजरीवाल के घर पर धरने पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा। अगर केजरीवाल सरकार इन तालाबों के कार्यों में विफल हो रही है तो इन्हें निगम एवं डीडीए को सौंप दे।

धरने के दौरान श्याम जाजू ने कहा कि अगर दिल्ली के मुख्यमंत्री अब भी इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकालते हैं तो हम अपने जुझारू दक्षिण दिल्ली सांसद रमेश बिधूड़ी से इस जन आंदोलन को और तेज करने के लिए कहेंगे।

विजेंद्र गुप्ता जी ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने एक वर्ष पहले दिल्ली विधानसभा सत्र के दौरान दिल्ली के जल बोर्ड और संबंधित परेशानियों को मिटाने की बात कही थी। परंतु हमारे सांसद एवं जन प्रतिनिधि रमेश बिधूड़ी द्वारा लिखे गए प़त्रों का कोई जवाब देना भी उचित नहीं समझा है। इस रवैये से यह स्पष्ट होता है कि केजरीवाल सरकार ना खुद काम करना चाहती है और ना ही करने देना चाहती है। हर काम के लिए एमसीडी और सेंटल गवर्मेंट को रूकावट डालने के लिए दोषी ठहराती है।