आज भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश किसान मोर्चा द्वारा दिल्ली में किसानों व दिल्ली देहात के लोगों की समस्याओं को लेकर दिल्ली सरकार के विरोध में मुख्यमंत्री आवास पर किए गए धरना-प्रदर्शन में दक्षिणी दिल्ली सांसद रमेश बिधूड़ी ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले सात वर्षों में दिल्ली की केजरीवाल सरकार दिल्ली के किसान व मजदूरों की समस्याओं के निवारण और ग्रामीण विकास पर विफल रही है, उनके चुनावी वायदे हवा-हवाई साबित हुए हैं। आपने कहा था कि किसान विरोधी धारा 33.81 को केन्द्र से सिफारिश कर समाप्त करेंगे, ग्रामीण विकास बोर्ड का गठन कर हर गॉंव में सीवर लाइन बिछवायेंगे, ग्रामीण विकास सम्बंधी एक एप जारी करेंगे जिसमें विकास से सम्बंधित जानकारी व सुझाव की व्यवस्था होगी, खेत मिट्टी जांच प्रणाली को 3 से बढ़ाकर 12 करेंगे, आदि 15 ऐसे वायदों में से एक पर भी सरकार द्वारा संज्ञान नहीं लिया गया। दिल्ली के अधिकतर गॉंवों में पानी की समस्या, सीवर समस्या, सड़कों की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है, जमीनी स्तर पर कोई काम पिछले सात सालों में नहीं हुआ है। बिधूड़ी ने आगे बताया कि दक्षिणी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के गांव भरथल, धूलसिरस, बिजवासन और बामनोली गांव के किसानों की खेतीहार जमीन का दिल्ली सरकार द्वारा 20 वर्ष पहले अधिग्रहण कर लिया गया था। सरकार की नीति के अनुसार किसानों को अधिग्रहण की गई जमीन के मुआवजे के साथ-साथ एक वैकल्पिक रिहायशी प्लाट भी देना था। परन्तु पिछले सात वर्षों से दिल्ली में बैठी केजरीवाल सरकार किसानों को वैकल्पिक प्लॉट आवंटन नहीं करा पाई है। किसानों का यह मामला दिल्ली सरकार के भूमि एवं भवन विभाग में लंबित पड़ा है। गॉंव के किसानों की इस समस्या का निपटारा अभी तक नहीं हुआ है, गॉंव के किसान अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं और दिल्ली सरकार के कानों में जूॅं तक नहीं रेंग रही। दिल्ली के मुखिया दिल्ली देहात के लोगों, किसानों, मजदूरों की समस्याओं को दूर करने की बजाय दूसरे राज्यों में लुभावनी चुनावी घोषणाएं कर वहॉं के लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे हैं।