आज मैं गरीबों के हित व उनके अधिकारों के नाम पर बनने वाली दिल्ली सरकार का चरित्र आप सभी पत्रकार बन्धुओं द्वारा मीडिया के माध्यम से आम लोगों के जीवन के साथ कैंसे खिलवाड़ किया जा रहा है, यह रखना चाहता हूॅं। आपको ज्ञात होगा कि इस महामारी में दिल्ली के मुख्यमंत्री किस प्रकार हर 10 मिनट में टी.वी चैनलों के माध्यम से कोरोना में सेवा के रूप में डींगे हॉंकते नजर आते हैं जो सच्चाई से कोसों दूर है, जबकि ये महाश्य 24 मार्च 2020 से मई 2020 तक महीनों निकले ही नहीं थे और कही नजर भी नहीं आये थे। तब माननीय गृहमंत्री जी ने प्रधानमंत्री जी के आग्रह पर दिल्ली की कमान संभाली तथा 10 हजार बैडों की व्यवस्था कर लोगों को राहत दिलवाई थी।
परन्तु अब 18 अपै्रल 2021 को उपमुख्यमंत्री सहाब उसी स्थान पर, सरदार पटेल सेन्टर, राधा स्वामी स्थल पर मीडिया सहित जाते हैं और घोषणा करते हैं कि हम तुरंत दो दिन में यहॉं 500 बैड लगवा कर लोगों को राहत देंगे। शायद इन्हें भय था कि पुनः केन्द्र सरकार आकर अपने हाथ में ना ले ले। परन्तु वहॉं 4 दिन बीतने पर कुछ नजर नहीं आया तो हमने डी.एम साहिबा से फोन पर उस जगह का निरीक्षण करने का आग्रह किया, तो देखा कि मात्र च्ॅक् के निचले स्तर के एक-दो अधिकारी वहॉं रस्म अदायगी के कार्य में लगे हुए थे। जिसको देख कर डी.एम साहिबा से आग्रह किया कि मुझे लगता नहीं यहॉं एक सप्ताह तक तैयारी हो पायेगी। परन्तु उन्होंने भी मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री की भांति कहा, दो दिन में हम तैयारी कर देंगे, लेकिन हमारे पास मेडिकल स्टाफ नहीं है। मैंने उनसे कहा तो मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री को केन्द्र में बात करनी चाहिए थी। इस पर वो चुप्पी साध गई और हम समझ गए। फिर हमने उसी दिन माननीय गृह मंत्री जी से निवेदन किया तो उन्होंने प्ज्ठच् को आदेश करने का आश्वासन दिया। और अगले दिन 22 अपै्रल को प्ज्ठच् के अधिकारी डॉक्टरों सहित वहॉं भिजवा दिए गए और मैंने डीएम से पूरे दिन संपर्क करने का प्रयास किया तो डी.एम साहिबा ने फोन ही नहीं उठाया। मैं समझ गया, यह केजरीवाल के एजेंडे को चलाने के लिए है ना कि कार्य कर रही हैं। मैंने उपराज्यपाल कार्यालय में नोडल ऑफिसर और मुख्य सचिव दिल्ली को इसकी जानकारी दी, और माननीय गृह मंत्री जी से निवेदन किया कि केन्द्र द्वारा दिल्ली वासियों की राहत के लिए जनहित में यहॉं प्दजमतअमदम करना पड़ेगा। जिससे उन्होंने मुझे केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन जी को व्यवस्था दुरूस्त करने का आश्वासन दिया। तब मैं स्वयं अगले दिन 23 अपै्रल को पुनः जायजा लेने पहॅंुच जहां एसडीएम निष्ठा के साथ कार्य करवा रही थी परन्तु डीएम साहिबा और उनके राजनैतिकरण रवैये के कारण मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि उन्होंने पहले 500 बैड तैयार करने की स्टेटमेंट जो दिया उसके आधार पर मैं एच.एम सहाब को यह कह चुका था, तो मैंने गोदाम में पाया कि वहॉं मात्र 200 व्गलहमद ब्वदबमदजतंजवत मौजूद थे, तो कैंसे 500 बैड प्रारंभ हो सकते हैं।
जब 24 अपै्रल को डॉ. हर्षवर्धन जी वहॉं जायजा लेने पहॅुचे, जिस पर डीएम साहिबा ने कहा कि 12 से 24 घन्टे में हम यानि 25 अपै्रल 3 बजे तक 250 बैड पर दाखिले प्रारंभ कर देंगे। तब भी उनके बयान पर मैं हतप्रभ था, 24 घन्टे बाद मैंने डीएम साहिबा से पूछा क्या दाखिले प्रारंभ हो गए? तो उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स दूर से आए हैं वो कल से कार्य प्रारंभ करेंगे, यह उनका दूसरा झूठ था, क्योंकि डीएम साहिबा यहां पर वही मुख्यमंत्री का एजेंडा चला रही थी। यह समझ में तब आया जब, जो मुख्यमंत्री पिछले 10 दिन में घर से नहीं निकल रहे थे, 26 अपै्रल प्रातः 9ः30 बजे लाव-लस्कर समेत सरदार पटेल राधा स्वामी स्थल कोविड सेन्टर पहुॅंचे। इसलिए 20 घन्टे तक दाखिलों को मुख्यमंत्री के दौरे की वजह से डीएम साहिबा ने रूकवाकर रखा। इन 20 घन्टों में कितने मरीज परेशान हुए होंगे और कितनो ने जान दी होगी, इसकी जिम्मेवारी किसकी होगी, केजरीवाल जी के लिए उनकी वाहवाही दिल्ली वालों की जान से ज्यादा नजर आई। और उनकी नियत और इच्छाशक्ति से साफ जाहिर है कि आप दिल्ली वालों की सेवा से ज्यादा सत्ता पर बने रहने का षड़यंत्र रचते हैं।
और आज 12 बजे तक वहॉं मात्र 140 मरीज ही ।कउपज हों पाये हैं, जब व्यवस्था थी ही नही ंतो डी.एम साहिबा ने केन्द्रीय मंत्री जी को 250 बैड 12 से 24 घन्टे में प्रारंभ करने को क्यों कहा ?, वहीं अगले दिन मुख्यमंत्री को 150 बैड के लिए कहा, यह उनकी कार्यक्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगाता है कि सेवा करने की बजाय राजनीतिक श्रेय केवल दिल्ली सरकार को मिले, ज्यादा नजर आया। केजरीवाल जी आपने 5000 व्गलहमद ब्वदबमदजतंजवत को सेन्टर से कहीं और भिजवा दिया, यहॉं मात्र 200 व्गलहमद ब्वदबमदजतंजवत उपलब्ध थे। डीएम साहिबा किस आधार पर केन्द्रीय मंत्री जी को कह रही थी कि हम 500 बैड 3 दिन में तैयार कर देंगे।
केजरीवाल जी अगर आपकी क्षमता नही है, आप दिल्ली की जनता को माफ करें, तुरंत हट जाएं। हम 72 घन्टे में 2000 बैड प्रारंभ कर दिल्ली वालों को राहत देंगे। आप दिल्ली वालों को मार कर सत्ता पर क्यों चिपके रहना चाहते हो। अगर गरीब हितेषी हो और आपके अंदर गैरत है तो तुरंत आपको मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और स्वास्थ्य व्यवस्था केन्द्र को सौंप देनी चाहिए।
(प्रेस सचिव)