Skip to main content

आज दक्षिणी दिल्ली सांसद श्री रमेश बिधूड़ी के नेतृत्व में हजारों की संख्या में दक्षिणी दिल्ली क्षेत्रवासियों ने दिल्ली में बिजली दरों में बढ़ोतरी को लेकर केजरीवाल आवास पर सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रोष प्रकट किया।

इस दौरान सांसद रमेश बिधूड़ी ने केजरीवाल की नीतियों के विषय में बताया कि किस प्रकार केजरीवाल द्वारा बिजली कंपनियों के माध्यम से दिल्लीवासियों की जेब से करोड़ों रूपये लूटे जा रहे हैं, दिल्ली में मुफ्त बिजली देने के नाम पर लोगों के साथ धोखा किया जा रहा है। बिधूड़ी ने बताया कि पहले केजरीवाल जी ने कहा था कि ये बिजली कंपनियां चोर हैं, शीला दीक्षित से मिली हुई हैं, मैं उन्हें जेल भेजूंगा। वहीं आज उन बिजली कंपनियों के संरक्षक बने हुए हैं तथा बिजली कंपनियों के साथ मिलकर दिल्ली की जनता को लूट रहे हैं। और कहा था हम नई कंपनियां लेकर आएंगे जिससे प्रतिस्पर्धा में उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली मिलेगी परंतु आज तक कोई नई कंपनी नहीं आई। दिल्ली को पावर सफिशिएंट मैन्युफैक्चरर स्टेट बनाएंगे। बताओ कहां नया पावर प्लांट लगाया है, लेकिन सच्चाई यह है 2015 के बाद से कई चार्जेस जैसे पेंशन चार्ज, इलेक्ट्रिसिटी चार्ज टैक्स, फिक्स चार्ज के नाम पर अरबों रुपए वसूले गए हैं।

बिधूड़ी ने आगे बताया कि 2015 से 2021 – आर.ए चार्ज- 9,195 करोड़, इलेक्ट्रिसिटी चार्ज-5,222 करोड़, एपीएसी चार्ज- 3,900 करोड़, फिक्स चार्ज- 16,233 करोड़ और सबसिड़ि -12,408 करोड़, जिन कंपनियों का विरोध करते थे अब उन्हीं कंपनियों से केवल 2021 तक 49,636 करोड रुपये वसूल लिए है। अब पावर परचेज एडजस्टमेंट कॉस्ट (च्च्।ब्) के नाम पर कहने को तो 6ः बिजली दामों पर बढ़ोतरी दिखाई गई परंतु बढ़ोतरी 12ः कर दी गई। 6 प्रतिशत भी अनुचित है। आपने कहा था दिल्ली में शीला दीक्षित की मिलीभगत से 40ः बिजली चोरी होती है। यह चोरी रोक कर मैं ईमानदार हूॅं, पढ़ा लिखा हूॅं बार-बार यह कहता था, दिल्ली वालों को सस्ती बिजली दूंगा परंतु एक वर्ग बहुल्य विधान सभाओं ओखला, सीलमपुर, मटिया महल, बल्लीमारान, मुस्तफाबाद में 70.80ः बिजली चोरी हो रही है आप क्यों नहीं रोक रहे हो ? उल्टा सत्ता का लाभ उठाकर कंपनियों द्वारा दबिस से चोरी रोकी जाती है तो उस वर्ग के लोगों को 70.85ः अमाउंट को बीआरपीएल द्वारा ऑफर देकर लोक अदालत में छूट दिलवाई गई। 18 लाख का- 3 लाख में 85ःए 2.25 लाख का- 57 हजार में 80ः, 13 लाख का- 5 लाख में 70ः, 10 लाख का- 1.5 लाख में 85ः, 10 लाख का- 2 लाख में 80ः, केजरीवाल जी बताएं उनके अलावा दिल्ली भर में कहां चोरी करने वालों को 70.85ः अमाउंट में छूट दिलवाई है। दिल्ली में दो प्रकार की सरकारें चल रही है। एक 80ः आबादी को लूटने की दूसरी 20ः आबादी को परितोष देने की। यह 100-200 यूनिट तो शीला सरकार भी मुफ्त बांटकर धोखा दे रही थी। आप और कांग्रेस एक ही प्रकार के भ्रष्टाचारी हो। आपने सिर्फ चतुराई बदली है तथा कांग्रेसी भ्रष्टाचार फार्मूले को अपनाया है। वही नई बोतल में पुरानी शराब डालने जैसा काम किया है। आज बिजली सस्ती होने के बजाय 2022 में च्च्।ब् (पावर परचेज एडजस्टमेंट कॉस्ट) के नाम से 12ः बिलों में बढ़ाकर लूट रहे हो। उतना ज्यादा यानि 12: तो अभी तक के दिल्ली के इतिहास में कभी महंगी नहीं हुई। बिजली के चार कॉम्पोनेंट है जहां हर जगह आप 6 . 6: बढ़ा रहे हो। एक एनर्जी चार्ज पर फिक्स चार्ज दूसरा एनर्जी चार्ज के डिफरेंशियल अमाउंट पर वहीं तीसरा फिक्स चार्ज के डिफरेंशियल अमाउंट पर। कैसी पढ़े-लिखे केजरीवाल की चतुराई है। दिल्ली में लगभग 800 से 1000 करोड रुपए की हर महीना हर कंपनी की कलेक्शन है जिस पर आप लगभग 100 करोड रुपए ज्यादा लेकर कंपनी के साथ बांट कर खा रहे हो। जवाब दो!

3 साल दिल्ली वालों को लूटने के बाद फिर चुनाव में लॉलीपॉप दोगे, मैं फ्री बिजली 300 यूनिट तक मुफ्त करूंगा। यह है पढ़े-लिखे का शातिर दिमाग गरीबों को लूटने का फार्मूला। हमारे दिए पैसे को 3 साल लूट कर हमें ही 300 यूनिट फ्री देने का नाटक करोगे।